
गया जिले के फतेहपुर थाना क्षेत्र के एक सरकारी स्कूल में एक शिक्षक द्वारा 12 वर्षीय नाबालिग छात्रा के साथ छेड़छाड़ की घटना सामने आई है। इस घटना ने स्थानीय समुदाय और अभिभावकों में गुस्सा और चिंता पैदा कर दी है। आरोपी शिक्षक को पुलिस द्वारा थाने में लाकर छोड़ दिए जाने के बाद पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं।
मामला उत्क्रमित मध्य विद्यालय, बगोदर का है, जहां 12 वर्षीय पिंकी कुमारी (नाम बदला हुआ) ने बताया कि स्कूल के प्रभारी शिक्षक धीरज पांडे (50 वर्ष) ने उसके साथ अश्लील व्यवहार किया। पिंकी के अनुसार,18 फरवरी 2025 को जब वह अपनी दो सहेलियों के साथ पानी पीने चापाकल के पास जा रही थी, तो धीरज पांडे ने उसे अपने ऑफिस में बुलाया और उसके साथ छेड़छाड़ की। घटना के बाद पिंकी रोती हुई घर पहुंची और अपने दादा को पूरी बात बताई।
पिंकी के दादा ने बताया कि 19 फरवरी को वह अपने परिवार और ग्रामीणों के साथ स्कूल पहुंचे और धीरज पांडे से घटना के बारे में पूछताछ की। हालांकि,धीरज पांडे ने साफ-साफ जवाब देने से इनकार कर दिया। इसके बाद परिवार और ग्रामीणों ने फतेहपुर थाने को सूचना दिया। पुलिस ने धीरज पांडे को थाने लाकर पूछताछ की,लेकिन उसे छोड़ दिया गया।

परिवार और स्थानीय लोगों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि आरोपी शिक्षक को गंभीर आरोपों के बावजूद थाने में लाकर छोड़ दिया गया, जो कि उचित नहीं है। वहीं आरोपी शिक्षक के छोड़ देने के दूसरे दिन FIR दर्ज की गई हैं। इसके अलावा,यह भी बताया गया कि धीरज पांडे पहले भी स्कूल की एक अन्य शिक्षिका के साथ छेड़छाड़ कर चुके हैं, जिसके बाद उन्होंने माफी मांगी थी और भविष्य में ऐसा न करने का वादा किया था।
ग्रामीणों ने मांग की है कि आरोपी शिक्षक के खिलाफ तुरंत कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए और स्कूल में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस को इस मामले में गंभीरता से काम करना चाहिए और आरोपी को सजा दिलाने के लिए तत्परता दिखानी चाहिए।
वहीं इस संबंध में डीएसपी सुनील पांडेय ने बताया कि इस मामले की जांच की जा रही है। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि आखिर आरोपी शिक्षक धीरज पांडे को क्यों छोड़ दिया गया? पुलिस ने कहा कि वे मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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