कर्मा एकादशी पर्व धूमधाम से बहनों ने भाई के लिए दीर्घायु होने की कामना की।


परैया प्रखंड क्षेत्र में भाई की सलामती को लेकर बहने भाद्रपद शुक्ल एकादशी शनिवार 14 सितंबर को शोभन योग में कर्म धर्म एकादशी का व्रत रखी।शुक्रवार को दशमी तिथि में नहाए खाए कर दिन  शनिवार एकादशी के दिन बहनें भाई की लंबी उम्र के लिए पूरे विधि विधान के साथ व्रत का पूजन की।धार्मिक मान्यताओं के अनुसार व्रत को करने से व्यक्ति नरक यात्रा से बचता है बिहार के अलावा झारखंड उड़ीसा आदि इलाकों में भी कर्मा एकादशी व्रत मनाया जाता है कर्मा पर्व की प्रकृति के रूप में मनाया जाता है इस दिन से नई फसल आने की उम्मीद में खुशियां मनाते हैं। वही दखनेर गांव के मुख्य पुजारी पंडित बिनोद पाण्डेय ने पंचांगों के हवाले से बताया कि पर्व मकर लग्न में मनाया गया इस दिन साधु संत गृहस्थ लोग एकादशी व्रत रखे हैं हरि सायन एकादशी में जब भगवान विष्णु योग निद्रा में चले जाते हैं तो कर्म और धर्म एकादशी के दिन करवट बदलते हैं। कर्मा पर्व के मौके पर गीतांजलि कुमारी,पुष्पांजलि देवी,शोभा देवी,प्रतिमा देवी,स्वेता देवी,पार्वती देवी,ऐश्वर्या कुमारी सहित अन्य महिलाओं ने पुजा अर्चना में भाग ली।