
:- लेट नास्ता मिलने से छात्रा नाराज़
:- बाहर का समोसा खाने से छात्रा हुई बीमार
फतेहपुर स्थित प्लस टू आंबेडकर बालिका आवासीय विद्यालय की छात्राओ को बाहर का समोसा खिलाने से बीमार हुई। बीमार हुई छात्राओ के मामला को जिला कल्याण पदाधिकारी मंगलवार को जांच करने पहुंचे। बीते जनवरी से छात्राओ को जीविका के माध्यम से खाना खिलाने की जिम्मेवारी दी गई है। जीविका के माध्यम से खाना बनाना शुरू हुआ। तब से छात्राओ को सही समय पर नास्ता एवं भोजन नहीं मिल पा रहा है। सोमवार को आवासीय विद्यालय में अध्यनरत 15 छात्राओ को बाहर से मंगाकर दी गई समोसा खाने से पेट दर्द एवं उल्टी होने लगी। जीविका द्वारा भोजन बनाने में कई अनियमितता सामने आई है। जीविका द्वारा दी जाने वाली नास्ता एवं खाना में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जा रहा। सोमवार की शाम कई छात्राओं ने तय समय पांच बजे तक जीविका द्वारा नाश्ता नहीं दिया गया था। छात्राओ द्वारा हल्ला करने पर आनन-फानन में बाजार से केला एवं समोसा खरीदकर दिया गया। जबकि समोसा स्कूल के अंदर ही बनाना था। घटना के बाद भी मंगलवार को जीविका द्वारा लापरवाही बरती गई। ग्यारह छात्राओ को सुबह में नाश्ता नहीं दिया गया था। उस वक्त जांच के लिए जिला कल्याण पदाधिकारी एवं प्रखंड कल्याण पदाधिकारी पहुंचे थे।

क्या कहते हैं प्रखंड कल्याण पदाधिकारी:-
प्रखंड कल्याण पदाधिकारी द्वारा मीडिया को विद्यालय में प्रवेश पर रोक लगाने से मीडिया द्वारा जिलाधिकारी को शिकायत की गई है। मंगलवार को घटना की जानकारी लेने मीडिया से जुड़े लोग पहुंचे तो प्रखंड कल्याण पदाधिकारी दबंगता दिखाते हुए स्कूल का गेट लगा दिया गया। काफी प्रयास के बाद भी गेट नहीं खोला गया और नहीं कुछ बताया गया। आंबेडकर बालिका आवासीय विद्यालय में छात्राओ को स्कूल परिसर में भोजन बनाकर देना है। इसके लिए जीविका की ओर से एक सुपरवाइजर एवं जीविका दीदी की तैनाती की गई है। सूत्रों के अनुसार जिला कल्याण पदाधिकारी विषाक्त नास्ता खाने से बीमार हुई छात्रा मामला को जांच करने आए थे। मामला को दबाने के उद्देश्य से मीडिया को बताने से परहेज करता रहा। जिला कल्याण पदाधिकारी संतोष कुमार ने बताया कि रूटीन चेकिंग के लिए विद्यालय आया था। इसकी जानकारी नहीं है।
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