सुहागिन महिलाओं ने की वट सावित्री पूजा,16 श्रृंगार कर मांगा अखंड सौभाग्य का वरदान

वट सावित्री व्रत सुख-समृद्धि व अखंड सौभाग्य का प्रतीक

गया। सुहागिन महिलाओं ने वट पेड़ की पूजा कर अखंड सौभाग्य का वरदान मांगा।यह व्रत सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए करती हैं। जिले में सुहागिन महिलाओं ने सोलह श्रृंगार कर पति की लंबी आयु की कामना के साथ वट वृक्ष की पूजा की।मान्यता है कि इस व्रत को करने से अखंड सौभाग्य के साथ सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
इसके बाद महिलाएं अपने बड़ों का आशीर्वाद लेती हैं। वट सावित्री व्रत सुख-समृद्धि व अखंड सौभाग्य का प्रतीक है।मौके पर प्रतिमा कुमारी ने बताया कि सुहागिन महिलाओं ने पहले वट के पेड़ की विधिवत पूजा की फिर वट वृक्ष में कच्चे सूत को लपेटकर परिक्रमा किया जाता है।इसके बाद पति की लंबी आयु के लिए प्रार्थना की।वही मौके पर आचार्य शंकर मिश्रा ने बताया कि महिलाएं एकत्रित होकर पूरे विधि-विधान से बरगद के पेड़ की पूजा की और सत्यवान और सावित्री की कथा का पाठ भी किया।