प्रारंभिक विद्यालयों के शिक्षकों के साथ चहक मॉड्यूल पर एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन

शिक्षक चहक प्रशिक्षण लेकर खेल- खेल के माध्यम से बच्चों के भाषा एवं सँख्या ज्ञान के विकास को करेंगे सुनिश्चित

आकांक्षी प्रखंड फतेहपुर में बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान को सुनिश्चित करने के लिए प्रारंभिक विद्यालयों से एक- एक नोडल शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य है कि शिक्षक बच्चों के विद्यालय में ठहराव को सुनिश्चित करने के लिए गतिविधि के माध्यम से बच्चों को खेल खेल के माध्यम से बच्चों को शारिरिक विकास, भाषा विकास, संज्ञानात्मक विकास, सामाजिक भावनात्मक विकास, एवं नैतिक विकास और रचनात्मक और सौंदर्य विकास कर बच्चों के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करेंगे। पीरामल फाउंडेशन के प्रतिनिधि नीरज कुमार द्वारा बताया गया कि बच्चों के विकास में सामाजिक- भावनात्मक शिक्षा, प्रारम्भिक बाल्यावस्था शिक्षा का एक महत्वपूर्ण अंग है। बच्चों के अपने घर के साथ साथ अपने आस पास के समुदाय में भी सुरक्षित एवं आश्वस्त महसूस कराना भी जरूरी है। परिवार के बाहर बच्चे का सबसे पहला सामाजिक अनुभव आंगनवाडी केन्द्र में होता है जहां बच्चों को सेविकाओं के माध्यम से सामाजिक एवं भावनात्मक विकास के मजबूत रिश्ते को बनाने में मदद करती हैं। चहक गतिविधि के माध्यम से बच्चों को विद्यालय में एक आनंदमय वातावरण निर्माण करना ताकि बच्चे ठहराव के साथ साथ खेल-खेल के माध्यम से अपनी शिक्षा के स्तर को प्राप्त कर सके। चहक गतिविधि अगले तीन महीने विद्यालय में किया जाएगा जहाँ प्रत्येक माह के अंत मे शिक्षक अभिभावकों के साथ चाहकोत्सव गतिविधि का आयोजन कर अभिभावकों के बीच बच्चों के द्वारा गतिविधि प्रस्तुत कर बतलाया जाना है एवं इससे सम्बंधित अभ्यास पुस्तिका, एफ.एल एन.किट को भी प्रदर्शन कर अभिभावकों को समझाना है। इस दौरान रीड एलांग ऐप के माध्यम से बच्चों के भाषा विकास पर भी जानकारी दी गई जिसके उपरांत लहभग 50 शिक्षकों द्वारा इस ऐप को डाऊनलोड किया गया। प्रशिक्षक मनोज कुमार एवं सौरभ कुमार के द्वारा सभी प्रशिक्षणार्थियों को गतिविधि, खेल खेल के माध्यम से एवं अलग अलग बिंदुओं पर समूह बनाकर आपसी विचार विमर्श कर चहक गतिविधि पर समझ को विकसित किया गया।