
शिक्षा विभाग भले ही शिक्षा में सुधार का दावा करती आ रही है।लेकिन वस्तुस्थिति यही है की आज भी खिजरसराय प्रखंड के नियोजित और नियमित शिक्षकों को अपने अब्सेंटी जमा करने के साथ साथ पैसा देना पड़ता है।गौरतलब है की वेतन भुगतान करने के लिए प्रखंड लेखापाल को जिम्मेवारी सौंपी गई है।लेखापाल के द्वारा सभी एचएम से प्रति शिक्षक 10 रुपए की वसूली की जाती है। न चाहते हुए भी हेडमास्टर को प्रति माह यह राशि देनी पड़ती है।गौरतलब है की खिजरसराय प्रखंड में लगभग 500 शिक्षक नियुक्त हैं।100 नियमित शिक्षकों को भी अपने डीडीओ को इस राशि का भुगतान करना पड़ता है। शिक्षकों ने नाम नही लिखने के शर्त पर बताया कि बीआरसी में शिक्षकों का शोषण किया जाता है। इस संबंध में नव पदस्थापित बीईओ साकेत रंजन ने बताया की इस मामले की जानकारी नही है।मामले की जांच कर आवश्यक कारवाई की जायेगी।
सच भारत न्यूज़ संवाददाता दीपक सिंह
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