डीपीओ के अनोखे फरमान से हलकान है शिक्षक, मेडिकल, मातृत्व अवकाश समेत सभी छुट्टी पर लगाई रोक।

गया जिले में शिक्षको पर अधिकारियों के द्वारा नित्य नए प्रयोग किए जाने से शिक्षक के साथ साथ उनके परिजन भी परेशान हैं।डीपीओ स्थापना विद्यानंद ठाकुर के द्वारा एरियर भेजने से पहले अनुमति लेने के मामले ने शिक्षक एवं प्रखंड स्तरीय अधिकारियों को खासा परेशान कर रखा है।प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक मेडिकल या मातृत्व अवकाश से लौटने के उपरांत संबंधित अधिकारी से अवकाश स्वीकृत करा कर शिक्षक अपना बकाया वेतन भुगतान प्राप्त कर लेते थे।चिकित्सा अवकाश, मातृत्व अवकाश के दौरान शिक्षा विभाग अपने कर्मियों का वेतन भुगतान बंद कर देता है,जबकि पैसों की सबसे ज्यादा जरूरत इसी समय होती है।अब डीपीओ के द्वारा लगाए गए नए नियम से मेडिकल और मातृत्व अवकाश से इलाज करा कर लौटे शिक्षक शिक्षिकाए परेशानी से जूझ रही हैं।डीपीओ ने फरमान जारी कर कहा है की कोई भी एरियर भेजने के पूर्व प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी डीपीओ स्थापना से पत्र लिखकर अनुमति प्राप्त करेंगे।इसके बाद भी एरियर का प्रपत्र जिला में जमा कर सकेंगे।डीपीओ के इस फरमान के बाद शिक्षको के एक गुट ने इसे भ्रष्टाचार को बढ़ाने वाला कदम बताया है।शिक्षक संघ के राजेश कुमार ने बताया की शिक्षको को एरियर भुगतान पर पूर्व से ही सेवा शुल्क लगता आ रहा है।अब जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से भी जान बूझ कर शिक्षको को परेशान किया जा रहा है।आरोप लगाया की डीपीओ स्थापना विद्यानंद ठाकुर के साथ कुछ शिक्षक और कर्मी मिलकर एरियर में उगाही का प्रयास कर रहे हैं।जिसे सफल नहीं होने दिया जाएगा।और इस संबंध में अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखकर पूरे मामले की जानकारी दी जाएगी

सच भारत न्यूज संवाददाता दीपक सिंह