बोधगया। 6 बिहार बटालियन एनसीसी द्वारा आयोजित 9वीं संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर में बुधवार को सशस्त्र सीमा बल के डीआईजी छेरिंग दोरजे का आगमन हुआ,आगवानी 6 बिहार बटालियन एनसीसी के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल एमके शुक्ला ने की।इस दौरान एनसीसी कैडेटों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया इस दौरान निगमा मॉनेस्ट्री परिसर में एक प्रेरक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।मौके पर सशस्त्र सीमा बल के डीआईजी छेरिंग दोरजे ने एनसीसी कैडेटों को संबोधित करते हुए सशस्त्र सीमा बल के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि पहले विशेष सेवा ब्यूरो (एसएसबी)20 दिसंबर 1963 की शुरुआत में चीन-भारतीय युद्ध के बाद स्थापित किया गया था।बल का प्राथमिक कार्य भारत की विदेशी खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के लिए सशस्त्र सहायता प्रदान करना था, जिसका उद्देश्य सीमा की आबादी में राष्ट्रीयता की भावनाओं को उत्पन्न करना और प्रतिरोध के लिए अपनी क्षमताओं को विकसित करने में उनकी सहायता करना था।एसएसबी मॉडल ने एक बहुत बड़ी सफलता
साबित की,जो यह बताता है कि बांग्लादेश और अन्य स्थानों में मुक्ति बाहिनी,उत्तर-पूर्व में कॉइन ओप के प्रशिक्षण और 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान ऊंची चोटियों पर सुरक्षा प्रदान करने की अपनी क्षमता से यह साबित हुआ है।साथ ही कारगिल युद्ध के दौरान भी।कैबिनेट से,एसएसबी को गृह मंत्रालय में स्थानांतरित कर दिया गया और नेपाल और भूटान सीमाओं को संचालित करने के कर्तव्यों को सौंपा गया।एसएसबी को अपनी नई भूमिका के अनुसार,सशस्त्र सीमा बल का नाम दिया गया। भारत-नेपाल सीमा पर सशस्त्र सीमा बल सतर्क और सजग होकर निगहबानी में लगी हुई है। सीमा की निगहबानी के साथ भारत -नेपाल के मैत्री संबंध को और प्रगाढ़ करने के लिए यह सेतु का कार्य कर रही है।सीमा पर सशस्त्र सीमा बल के जवानों की मुस्तैदी से ही तस्करी,घुसपैठ पर पूरी तरह लगाम लगा है।वर्षों से हमारे
जवान नेपाल और भूटान सीमा पर सीमा की निगहबानी के साथ-साथ सीमावर्ती क्षेत्र के विकास के लिए कृतसंकल्पित है। सीमा पर तैनात हमारे जवान सेवा,सुरक्षा और बंधुत्व के सिद्धांत पर कार्य करते हुए राष्ट्र विरोधी तत्वों को हरेक बार धूल चटाई है।उन्होंने कैडेटों की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि आप अपने कर्तव्यों को इसी तरह निभाते रहे और आर्मी या सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स में भर्ती हो।सशस्त्र सीमा बल के डीआईजी छेरिंग दोरजे ने एनसीसी कैडेटों को संबोधित करते हुए कहा कि गया अति नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सशस्त्र सीमा बल कई कल्याणकारी कार्यो से सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को लाभान्वित कर रहे हैं।नक्सल विरोधी अभियान में सशस्त्र सीमा बल ने बहुत अच्छा कार्य किया है। कम समय में नक्सलियों के हौसले को अधिकारियों व जवानों ने पस्त किया है।संगोष्ठी कार्यक्रम के अंत में कमांडिंग आफिसर कर्नल एमके शुक्ला ने सशस्त्र सीमा बल के डीआईजी को मोमेंटो देकर सम्मानित किया। इस मौके पर सूबेदार मेजर अमलेन्दु मंडल,सुबेदार संजय शुक्ला, राकेश कुमार, संतोष कुमार, प्रमोद कुमार, सुंदर,नयाब सुबेदार विक्रम,बीएचएम अर्जुन सिंह,सीएचएम रविंदर महेश मनमोहन अजय कानाराम विकास सहित कई पीआई स्टाफ मौजूद थे।
सच भारत न्यूज़ संवाददाता प्रकाश कुमार
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