मध्य विद्यालय में वन महोत्सव आयोजित छत्राओ के बीच पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित

गुरपा वन प्रक्षेत्र के फतेहपुर प्रखंड अंतर्गत कांटी(लोधवे) स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में प्रखंड स्तरीय वन महोत्सव का आयोजन किया गया। इस शुभ अवसर पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक, शिक्षकगण, फतेहपुर थानाध्यक्ष श्री प्रशांत कुमार सिंह, गुरपा एसटीएफ थानाध्यक्ष श्री राकेश कुमार,श्री रजनीश कुमार, वन क्षेत्र पदाधिकारी गुरपा वन प्रक्षेत्र, उत्तरी लोधवे पंचायत के मुखिया श्री अभय कुमार, गुरपा वन प्रक्षेत्र के समस्त वनकर्मी एवं स्थानीय गणमान्य मौजूद रहे।
इस अवसर पर वन क्षेत्र पदाधिकारी श्री रजनीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि यह आयोजन हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री का अभियान “एक पेड़ मां के नाम” के तहत एक सामूहिक प्रयास है जो हमें पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का एहसास कराती है और हमें एक बेहतर और स्वस्थ भविष्य बनाने के लिए प्रेरित करती है। उन्होंने आयोजन में उपस्थित सभी गणमान्य, विद्यार्थियों, अधीनस्थ वनकर्मी एवं शिक्षकगण के साथ शपथ लिया और आग्रह किया कि अपनी भाग दौड़ भरी जिंदगी से कुछ समय निकालकर प्रतिदिन एक पौधा अवश्य लगाए एवं उसकी पेड़ बनने तक देखभाल करें। “वृक्ष रक्षति रक्षित:” के संतुलन को बनाए रखने की भी अपील की।
फतेहपुर थानाध्यक्ष श्री प्रशांत कुमार सिंह ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जितना सम्मान हम अपनी जन्म देने वाली माता को देते है इतना ही सम्मान हमें हमारा पालन पोषण करने वाली माता समान वृक्ष को भी देने की जरूरत है। इससे मां का सम्मान तो होता ही है साथ साथ धरती मां की भी रक्षा होती है। वनों के प्रतिशत को बढ़ाने के लिए ऐसे आयोजन मिल के पत्थर साबित होते है। उन्होंने आगे कहा गुरपा वन प्रक्षेत्र जिला गया जी का सबसे बड़ा वन आच्छादित क्षेत्र है और यहां पर 90 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग भी अभी तंदुरुस्त है और उन्हें ऐसा स्वस्थ देने के लिए वो प्रकृति का गुणगान करते है।
एसटीएफ थानाध्यक्ष गुरपा श्री राकेश कुमार ने भी लोगों से इस महोत्सव में शामिल होकर अधिक से अधिक पौधा लगाकर इस अभियान को सफल बनाने का आग्रह किया। उन्होंने अश्वत (पीपल) वृक्ष की चर्चा की जिसका उल्लेख हिंदू धर्म के पवित्र ग्रन्थ “गीता” में मिलता है और इसी वृक्ष के नीचे भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी।
उत्तरी लोधवे पंचायत के जन प्रतिनिधि श्री अभय कुमार ने ऐसे आयोजन को बहुत सराहा और सभी का आभार प्रकट किया और आग्रह किया कि ऐसे आयोजन नियमित रूप से होने चाहिए जिससे जन मानस के अंदर प्रकृति से प्रेम और सजगता की भावना उत्पन्न हो।
वन महोत्सव 3 माह तक चलने वाला राजव्यापी अभियान है जिसके तहत वर्ष 2025-26 में 5 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। लक्ष्य है कि हरित आच्छादन को 15.05% से बढ़ाकर 2028 तक 17% किया जाए। कार्यक्रम का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण, जैव विविधता संवर्धन और जलवायु परिवर्तन से निपटना है।
इस प्रकृति प्रेम के सुंदर उत्सव में कस्तूरबा गांधी बालिका एवं राजकीय उच्च विद्यालय लोधवे के 100 से अधिक विद्यार्थियों ने चित्रकला में भाग लिया- उनके रंगों और शब्दों ने जंगल को बचाने और अधिक से अधिक पौधा लगाने एवं उसकी रक्षा करने का सशक्त संदेश दिया।विद्यालय के प्रांगण में गणमान्य के द्वारा 100 से अधिक वृक्ष लगाए गए जिसकी रक्षा की जिम्मेदारी वनकर्मी और विद्यार्थियों ने ली है।यह सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं बल्कि वह बीज है जो आने वाले समय में संवेदना, संरक्षण एवं पर्यावरण प्रेम के घने वृक्ष का रूप लेगा।