मुखिया के ससुर के बाद सास को भी मिलेगा आवास योजना का लाभ, ननद,देवर एवं गोतनी समेत पांच अन्य का नाम।


ननद के नाम हाउस हेड मुखिया पति का नाम ।

फतेहपुर। प्रखंड के कठौतिया केवाल में आवास विभाग के द्वारा हैरतअंगेज कारनामा करने का मामला प्रकाश में आया है। विभाग की ओर से मुखिया सारिका देवी के सासुर एवं सास सहित परिवार के अन्य सदस्यों पर विशेष कृपया दिखाया गया है।आवास योजना की अंतिम लिस्ट जारी होते ही ग्रामीणों के बीच चर्चा का बिषय बना हुआ है कि आखिर मुखिया के परिवार पर इतनी मेहरबानी क्यों।सरिका देवी के ससुर हुलास साव का पुरा परिवार कठौतिया केवाल पंचायत गुरपा में 40 सालों से रहता है। जहां उनका लाखों का कारोबार है,पर विभाग ने कृपया दिखाते हुए बगल के पंचायत दक्षिणी लोधवे में 2020 में आवास योजना के तहत हुलास साव को पहली किस्त जारी किया।जबकि अंतिम किस्त 2022 में जारी किया गया।इस मामले में अनियमितता बरते हुए स्थानीय आवास सहायक के द्वारा पोर्टल पर आवास के साथ जो फोटो अपलोड किया गया उसमें बापू ग्राम एवं विजय नगर के व्यक्ति को दिखाया गया।इस मामले को लेकर पूर्व बीस सूत्री उपाध्यक्ष मुनेश्वर सिंह ने जांच की बात कही थी।डीएम ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए जांच टीम गठित किया था।जांच के दौरान हुलास साव के खिलाफ अनियमितता पाया गया था।पर विभाग के लचर रवैए के कारण मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।वहीं 2025 में आवास योजना का पुनः सर्व किया गया।जिसमें मुखिया के परिवार के सास, गोतनी, ननद एवं दो देवरों का नाम है।वहीं फाइनल लिस्ट जारी होते ही इसपर सवाल उठ रहे हैं।


लिस्ट के क्रमांक संख्या के अनुसार

1756 में नमन कुमार पिता हुलास साव।                            1213 में रामरती देवी पति हुलास साव।
1498 में अजीत कुमार पिता हुलास साव।
1499 में सिमरन कुमारी पति आदित्य कुमार मुखिया की गोतनी।     ( मुखिया की गोतनी)
1500- खुशबू कुमारी पति के जगह भाई रंजीत का नाम।               ( मुखिया की ननद)                                                

हैरानी की बात है कि कई सदस्यों का जाब कार्ड भी बना हुआ है।


क्या कहते हैं बीडीओ।


बीडीओ शशिभूषण साहू ने बताया कि अगर परिवार के सदस्य अलग अलग रहते हैं तो उन्हें आवास योजना का लाभ दिया जा सकता है,पर सास को आवास योजना में फाइनल लिस्ट में नाम आने पर जांच करने की बात कही है।उन्होंने ने कहा कि अगर पति को पहले लाभ मिल चुका है तो यह जांच का बिषय है।