
फतेहपुर प्रखंड की मनरेगा विभाग में मजदूरो की फर्जी उपस्थिति बनाकर राशि की लूट की जा रही है। इस तरह का मामला प्रकाश में आया है। सच्चाई यह है कि मनरेगा से संचालित सभी योजनाओ में विभाग की मिलीभगत से मजदूरों की उपस्थिति बनाने में बहुत बड़ी फर्जीबाड़ा की जा रही है। जो जांच का विषय है। पदाधिकारी एवं कर्मचारियों की मिलीभगत से मोबाइल में खींचा हुआ फोटो को बार-बार इस्तेमाल करके सरकारी राशि का हेराफेरी किया जा रहा है। फतेहपुर प्रखंड के नगवां पंचायत में कुछ इस तरह का मामला प्रकाश में आया है। नगमा पंचायत के ग्राम फरका में छोटकी तुरकाही आहार की सफाई कार्य एमएसआर क्रमांक संख्या 2626, कार्य का नाम ग्राम नगवां टोला शिवपुर में भीम आहर की सफाई कार्य एमएसआर संख्या 2269 में फर्जी तरीके से हाजिरी बनाकर राशि का गवन की गई है। जो जांच का विषय है।

फर्जी तरीके से कैसे बनता है हाजिरी :- संवेदक पूर्व से अपने मोबाइल में खींचा हुआ एक ही फोटो से कई बार मजदूरों की उपस्थिति बनाई गई है और बनाई जा रही है। इससे स्पस्ट होता है कि मनरेगा के अधिकारी की मिलीभगत से फर्जी उपस्थिति मजदूरों की बनाई जा रही है।

मनरेगा में मजदूरों की उपस्थिति बनाने का नियम :- जिस जगह पर योजना का काम चल रहा है। उस जगह पर उसी क्षेत्र का मनरेगा से निबंधित मजदूर काम करेगा। उसकी उपस्थिति पंचायत रोजगार सेवक एवं जीविका मेट के स्मार्ट मोबाइल फोन के एप से दर्ज करेंगे। एमएमएस ऐप, जो पारदर्शिता के लिए बनाया गया था। अब भ्रष्टाचार का जरिया बन गया है। इस मामले की सूचना जिला प्रशासन को दी गई है।
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