आईआईएम बोधगया में यूथ एंट्रेप्रेन्योरशिप समिट (येस 2025) ने किया नवाचार के एक नए युग को प्रज्वलित

आईआईएम बोधगया ने की यूथ एंट्रेप्रेन्योरशिप समिट (येस 2025) की मेजबानी ,जिसने भारत स्थित 250 से अधिक संस्थानों के 1,000 से अधिक प्रतिभागियों को आकर्षित किया। सम्मेलन द्वारा उद्यमियों, उद्योग सम्बंधित लीडरों और शिक्षाविदों को विचारों का आदान -प्रदान करने, व्यावसायिक नवाचारों पर चर्चा करने और उद्यमशीलता की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए एक साथ लाया गया।

एनविज़न सेल चेयरपर्सन, प्रो एसके अबू खालेक ने कैरियर डेवलपमेंट सेल चेयरपर्सन, प्रो सभ्यसाची मोहपात्रा और आईआईएम बोधगया के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के सदस्य, श्री अविरल तिवारी की उपस्थिति में इस आयोजन का उद्घाटन किया। उद्घाटन के बाद, शीर्षक प्रायोजक नाबार्ड और स्टार्टअप बिहार का प्रतिनिधित्व नाबार्ड के उदय कुमार एवं एसएसयू, स्टार्टअप बिहार के शिवेंद्र कुमार और कुणाल प्रकाश ने किया। सम्मेलन में उद्यमिता के भविष्य को आकार देने में उद्योग सहयोग के महत्व को रेखांकित करते हुए, दोगमा ग्रुप की सीओओ, उत्साह शर्मा ने भी भाग लिया।

उद्योग विशेषज्ञों ने समकालीन व्यावसायिक चुनौतियों में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करते हुए, मुख्य भाषण दिए। स्ट्रैटेजी एट वर्क के संस्थापक, अवधेश कृष्णा ने तेजी से अप्रत्याशित वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनुकूलनशील और चुस्त नेतृत्व की आवश्यकता पर जोर दिया। टीजीआई एसएमई कैपिटल एडवाइजर्स एलएलपी के सीईओ और बीएसई में पूर्व एसएमई एवं स्टार्टअप हेड-अजय ठाकुर ने उद्यमशीलता के उपक्रमों को बनाए रखने में वित्तीय प्रबंधन और पूंजी बाजारों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।

उत्साहपूर्ण प्रतियोगिताओं की एक श्रृंखला ने प्रतिभागियों को अपने व्यवसाय कौशल और रणनीतिक सोच का मूल्यांकन करने का अवसर प्रदान किया। फन फिएस्टा, मार्केटिंग मेयहम, और फिश टैंक जैसी प्रतियोगिताओं ने रचनात्मकता तथा वाणिज्यिक जागरूकता को प्रोत्साहित किया, जबकि पिच परफेक्ट ने ₹1 लाख से अधिक पुरस्कार पूल के साथ, प्रतिभागियों को विशेषज्ञों के एक पैनल के समक्ष अपने स्टार्टअप विचारों को प्रदर्शित करने की अनुमति प्रदान की। बिज़नेस वार्स नामक कार्यक्रम ने दबाव में समस्या-समाधान का परीक्षण किया, जिसके बाद सर्वश्रेष्ठ प्रबंधक प्रतियोगिता ने उत्कृष्ट नेतृत्व क्षमता की पहचान की। विजेताओं को ₹2.5 लाख से अधिक धनराशि से सम्मनित किया गया।

सम्मेलन को नाबार्ड, स्टार्टअप बिहार, बिहार सरकार और उद्योग विभाग द्वारा समर्थित किया गया, जो उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उद्योग प्रायोजक डोग्मा समूह, कैम्पा, और ओम लॉजिस्टिक्स ने इवेंट की सफलता को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसमें ओम लॉजिस्टिक्स द्वारा ऑपरेशन्स की देखरेख की गई और पेय भागीदार के रूप में कैम्पा ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।

अपनी समापन टिप्पणियों में, प्रो एसके अबू खालेक ने येस 2025 को व्यापारियों की अगली पीढ़ी के लिए एक लॉन्चपैड के रूप में वर्णित किया। प्रो सभ्यसाची मोहपात्रा ने आजीवन सीखने और नवाचार के महत्व पर प्रकाश डाला, वहीँ स्टार्टअप बिहार के उदय कुमार ने क्षेत्रीय विकास में जमीनी स्तर पर उद्यमशीलता की भूमिका पर जोर दिया।

येस 2025 ने उद्योग विशेषज्ञता और युवा नवाचारियों के उत्साह एवं शैक्षणिक उत्कृष्टता के साथ भारत में उद्यमिता सम्मेलन के लिए एक नए उदाहरण के रूप में काम किया। इस तरह की आयोजनों के साथ, आईआईएम बोधगया व्यवसाय एवं उद्यमिता के भविष्य को आकार देना जारी रखता है और युवााओं को सार्थक परिवर्तन करने के लिए उपकरणों से लैस करता है।