आईआईएम बोधगया में पीएचडी करने को बनाएं अपनी करियर उत्कृष्टता का सर्वश्रेष्ठ निर्णय

आईआईएम बोधगया जुलाई 2025 से शुरू होने वाले बैच के लिए अपने मैनेजमेंट हेतु डॉक्टरेट प्रोग्राम (पीएचडी) के लिए आवेदन आमंत्रित कर रहा है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय की 2021 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में उच्च योग्य संकाय सदस्यों की मांग तेजी से बढ़ रही है एवं शीर्ष विश्वविद्यालयों, आईआईटी, आईआईएम और अन्य सरकारी वित्त पोषित संस्थानों में 14,500 से अधिक रिक्त संकाय पद हैं। कथित अंतर का प्रमुख कारण योग्य उम्मीदवारों की कमी, सीमित पीएचडी सीटों और पीएचडी के बाद करियर के अवसरों के बारे में गलत धारणाएँ है। पीएचडी के विस्तार एवं उपरोक्त समस्याओं को संबोधित करने के लिए शिक्षा मंत्रालय, आईआईएम जैसे संस्थानों को अपने डॉक्टरेट कार्यक्रमों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है।

पीएचडी का महत्व: सिर्फ अकादमिक क्षेत्र से कहीं अधिक
पीएचडी को आम तौर पर अकादमिक क्षेत्र में प्रवेश के इच्छुक लोगों के लिए एक मार्ग के रूप में देखा जाता है। यद्यपि, पीएचडी स्नातकों के लिए अवसर सिर्फ कक्षा तक सीमित न हो कर औद्योगिक जगत के भी द्वार खोलते हैं। पीएचडी धारकों को कंसल्टिंग फर्मों, मल्टीनेशनल कंपनियों, अनुसंधान संगठनों और सरकारी सलाहकार भूमिकाओं में अत्यधिक महत्व दिया जाता है। पीएचडी उन्नत समस्या-समाधान, विश्लेषणात्मक और नेतृत्व कौशल विकसित करने में मदद करता है, जिससे स्नातकों की विभिन्न उद्योगों में अत्यधिक मांग होती है। इसके अलावा, पीएचडी नवाचार को बढ़ावा देने, स्थायी व्यावसायिक प्रथाओं में योगदान करने और सार्वजनिक नीति और वैश्विक व्यापार रणनीतियों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर प्रदान करता है।

आईआईएम बोधगया का डॉक्टरेट कार्यक्रम
आईआईएम बोधगया का पीएचडी कार्यक्रम, 2020 में शुरू किया गया, जो एक पूर्णकालिक आवासीय पाठ्यक्रम है तथा जिसका उद्देश्य उच्च गुणवत्ता वाले शोधकर्ताओं का पोषण करना है। यह कार्यक्रम विपणन, अर्थशास्त्र, वित्त और लेखांकन, सूचना प्रौद्योगिकी प्रणाली एवं विश्लेषणात्मक, संचालन प्रबंधन और मात्रात्मक तकनीक, मानव संसाधन प्रबंधन एवं संगठनात्मक व्यवहार, व्यवसाय संचार तथा रणनीति प्रबंधन सहित आठ विशेषज्ञता प्रदान करता है। यह फैकल्टियों की एक अनुभवी अकादमिक टीम, अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे और समृद्ध पुस्तकालयों एवं डेटा एनालिटिक्स टूल जैसे संसाधनों द्वारा समर्थित एक मजबूत अनुसंधान वातावरण प्रदान करता है जो पीएचडी स्नातकों के लिए अत्यधिक लाभदायक है।

वित्तीय सहायता और वैश्विक अनावरण
आईआईएम बोधगया में पीएचडी कार्यक्रम की एक महत्वपूर्ण विशेषता यहाँ उपलब्ध होने वाला वित्तीय समर्थन है। आईआईएम बोधगया अन्य आईआईएम के बीच उच्चतम छात्रवृत्ति में से एक प्रदान करता है, जिसके अंतर्गत पीएचडी छात्रों को प्रति माह ₹50,000 से शुरू होने वाला वजीफा मिलता है, जो व्यापक परीक्षा को सफलतापूर्वक पास करने के बाद ₹60,000 तक बढ़ जाता है। यह छात्रवृत्ति आईआईएम प्रणाली में सबसे अधिक प्रतिस्पर्धी है और वित्तीय तनाव को कम करती है, जिससे छात्रों को केवल अपने शोध पर ध्यान केंद्रित करने की अनुमति मिलती है।

इसके अतिरिक्त, छात्रों को अपने दूसरे वर्ष में आईआईएम बैंगलोर में विशेष प्रशिक्षण के माध्यम से वैश्विक प्रदर्शन का लाभ मिलने के साथ ही विजिटिंग स्कॉलर प्रोग्राम क्यूएस 200 में रैंक किए गए विदेशी विश्वविद्यालयों के साथ सहयोग करने का अवसर भी प्रदान किया जाता है, जिससे उनके अंतरराष्ट्रीय शैक्षणिक नेटवर्क में वृद्धि होती है।

पात्रता एवं आवेदन प्रक्रिया
किसी भी विषय में मास्टर डिग्री, कम से कम 60 प्रतिशत अंक या समकक्ष ग्रेड प्वाइंट औसत के साथ, (या) सीए, आईसीडब्ल्यूए, सीएस जैसी व्यावसायिक योग्यताएं, कम से कम 60 प्रतिशत अंक या समकक्ष ग्रेड प्वाइंट औसत के साथ, (या) पांच वर्षीय एकीकृत मास्टर डिग्री कार्यक्रम किसी भी विषय में , कम से कम 60 प्रतिशत अंकों के साथ, उच्च माध्यमिक स्कूली शिक्षा (10 + 2) या समकक्ष पूरा करने के बाद प्राप्त किया गया, (या) इंजीनियरिंग में चार साल / आठ सेमेस्टर
स्नातक की डिग्री (बी.ई./बी.टेक./बी. आर्क.) कम से कम 65 प्रतिशत या समकक्ष के साथ। पात्रता मानदंडों को पूरा करने के अलावा, उम्मीदवारों के पास कैट (2022/23/24)/जीआरई/जीमैट/गेट/जेआरएफ (यूजीसी/सीएसआईआर/या समकक्ष)/आईआईएमबी टेस्ट स्कोर में वैध स्कोर होना चाहिए।

पीएचडी क्यों चुनें?
पीएचडी सिर्फ एक डिग्री नहीं है; यह वैश्विक अवसरों, शैक्षणिक उत्कृष्टता और कैरियर उन्नति के भविष्य में एक निवेश है। आईआईएम बोधगया का उच्च वित्तीय समर्थन, विश्व स्तरीय शैक्षणिक संसाधन और अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शन का संयोजन इसे अकादमिक या उद्योग में महत्वपूर्ण प्रभाव डालने के इच्छुक किसी भी व्यक्ति के लिए एक आदर्श विकल्प बनाता है। यदि आप अनुसंधान, नवाचार और दुनिया में योगदान देने को तत्पर हैं, तो आईआईएम बोधगया में पीएचडी करना आपके करियर की उत्कृष्टता को अनलॉक करने की कुंजी हो सकता है।

आवेदन की अंतिम तिथि 31 मार्च, 2025 है। अधिक जानकारी के लिए उम्मीदवार, आईआईएम बोधगया के पीएचडी पेज पर जाएं।