वीरता, समर्पण और उत्सव का संगम: 47 बटालियन सीआरपीएफ का 57वां स्थापना दिवस धूमधाम से सम्पन्न

आईजी राजकुमार व कमांडेंट अवधेश कुमार ने किया उद्घाटन – परेड व सांस्कृतिक कार्यक्रमों से सराबोर रहा समारोह परिसर

गयाजी। जेल परिसर स्थित 47वीं बटालियन केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का 57वां स्थापना दिवस समारोह धूमधाम एवं गरिमामय वातावरण में मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत भव्य सांस्कृतिक समारोह के उद्घाटन से हुई, जहाँ श्रीमती अंजू, सीआरपीएफ के महानिरीक्षक (बिहार सेक्टर) राजकुमार, तथा सीआरपीएफ परिवार कल्याण संगठन की अध्यक्षा राखी सिन्हा एवं कमांडेंट अवधेश कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। जवानों, अधिकारियों एवं उनके परिजनों की बड़ी संख्या में उपस्थिति ने पूरे आयोजन को उत्साह से भर दिया।समारोह स्थल पर आकर्षक परेड, सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, गीत, नृत्य और नाटिका ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। महिलाओं और बच्चों की प्रस्तुति ने कार्यक्रम में पारिवारिक और उत्सवी रंग घोल दिया। पूरा परिसर देशभक्ति, अनुशासन और उत्साह की भावना से सराबोर रहा। मुख्य अतिथि महानिरीक्षक राजकुमार ने अपने संबोधन में कहा कि 47 बटालियन सीआरपीएफ का गठन 1 दिसंबर 1968 को राष्ट्रीय एकता और संविधान की रक्षा के उद्देश्य से किया गया था। उन्होंने बताया कि बटालियन ने पंजाब, जम्मू–कश्मीर और नक्सल प्रभावित इलाकों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पंजाब में उग्रवादियों के खिलाफ उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई, वहीं जम्मू–कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों में भी बटालियन ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।उन्होंने कहा कि नक्सल विरोधी अभियानों में 47 बटालियन ने अब तक 3000 से अधिक आईईडी निष्क्रिय किए हैं और भारी मात्रा में हथियार व विस्फोटक बरामद किए हैं। कर्तव्य पालन के दौरान 5 वीर जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दी, जिन्हें उन्होंने भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।
सीआरपीएफ देश की आंतरिक सुरक्षा का मजबूत स्तंभ है और इसकी अनुशासन, वीरता और त्याग की परंपरा देशवासियों में गहरी आस्था पैदा करती है। उन्होंने जवानों के पराक्रम की प्रशंसा करते हुए सभी अधिकारियों, जवानों और उनके परिवारों को स्थापना दिवस की शुभकामनाएँ दीं।
इसके बाद 47 बटालियन के सीआरपीएफ कमांडेंट अवधेश कुमार ने बटालियन के गौरवशाली इतिहास, सेवा-परंपरा और उपलब्धियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि 47 बटालियन ने हमेशा हर मोर्चे पर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है और राष्ट्रहित में निरंतर समर्पित रही है। उन्होंने जवानों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि सीआरपीएफ की पहचान कर्तव्यनिष्ठा, अनुशासन और बलिदान की भावना से होती है।
कार्यक्रम में सीआरपीएफ परिवार कल्याण संगठन द्वारा विशेष सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी दी गईं। मेले, झूले और विभिन्न प्रदर्शनी स्टॉलों ने समारोह के आकर्षण को और बढ़ा दिया। राष्ट्रगान के साथ समारोह का विधिवत समापन हुआ। इसके बाद अधिकारियों ने जवानों के साथ स्थापना दिवस केक काटकर शुभकामनाएँ साझा कीं।
समारोह में द्वितीय कमान अधिकारी आर.यू. शर्मा, मनोज सांगा, डिप्टी कमांडेंट उत्तम कुमार सहित अनेक अधिकारी, जवान और उनके परिवारजन उपस्थित रहे। पूरा दिवस एकता, अनुशासन, जोश और देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत रहा।