
रंगोली, चित्रकला और उल्लास से सजी दीपावली की पूर्व संध्या
फतेहपुर:-: दीपों का पर्व दीपावली, न केवल रोशनी का उत्सव है, बल्कि यह सांस्कृतिक मूल्यों, कला, परंपरा और रचनात्मकता का भी प्रतीक है। इसी भाव को साकार करते हुए यूरेका इंटरनेशनल स्कूल, फतेहपुर के छात्रों ने दीपावली के अवसर पर रंगोली और चित्रकला प्रदर्शनी का भव्य आयोजन किया।
विद्यालय परिसर रंग-बिरंगी रंगोलियों, दीपों और भावनाओं से झिलमिला उठा। बच्चों ने अपनी कल्पनाओं को रंगों में पिरोते हुए अद्भुत कलाकृतियों का निर्माण किया, जिनमें दीपावली के पारंपरिक प्रतीकों — दीप, भगवान श्रीराम की अयोध्या वापसी, लक्ष्मी-गणेश पूजन और सजावटी दीपमालाएं शामिल थीं। इन रचनाओं में न केवल सौंदर्य बल्कि सांस्कृतिक चेतना भी दिखाई दी।
छात्रों द्वारा बनाई गई रंगोलियों ने दर्शकों का मन मोह लिया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों की रचनात्मक प्रतिभा को मंच देना और भारतीय संस्कृति से जोड़ना था। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक संतोष कुमार ने कहा, बच्चों की यह कला न केवल उनकी प्रतिभा को दर्शाती है, बल्कि हमारी सांस्कृतिक विरासत को नई पीढ़ी में स्थानांतरित करने का माध्यम भी है।
कार्यक्रम को सफल बनाने में सहायक शिक्षक श्री सुनील कुमार सिंह तथा शिक्षिकाएं सुश्री गीतांजलि कुमारी, पुष्पांजलि कुमारी, शबनम कुमारी और कल्याणी कुमारी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके निर्देशन और प्रोत्साहन से बच्चों ने पूरे मनोयोग से भाग लिया।
छात्रों में सुलेखा कुमारी, दिव्यांशु कुमार, आयुषी कुमारी, आयुष्मान कुमार सहित अनेक विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपनी रंगोली एवं कलाकृतियों से सबका दिल जीत लिया। विद्यालय प्रबंधन द्वारा सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के अंत में मिठाइयों का वितरण कर बच्चों को दीपावली की शुभकामनाएँ दी गईं। यह आयोजन निश्चित ही छात्रों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बन गया, जो उन्हें न केवल कला में दक्षता की ओर ले जाएगा, बल्कि भारतीय त्योहारों के महत्व को भी आत्मसात कराएगा।
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