
गया: गेरैया गांव की महिला के खाते में अचानक आए 10 करोड़ रुपये, जांच में जुटे बैंक अधिकारी
वजीरगंज थाना क्षेत्र के गेरैया गांव में शनिवार को उस समय सनसनी फैल गई, जब गांव की एक सामान्य गृहिणी राजमंती देवी के बैंक खाते में 10 करोड़ रुपये आने की खबर आग की तरह फैल गई। इस खबर से न सिर्फ गांव में हलचल मच गई, बल्कि बैंक अधिकारियों और स्थानीय प्रशासन तक भी मामला पहुंच गया।
बताया जा रहा है कि राजमंती देवी, जो कि गांव के निवासी अखिलेश मांझी की पत्नी हैं, शनिवार सुबह अपने खाते से कुछ राशि निकालने के लिए स्थानीय ग्राहक सेवा केंद्र (CSP) पर पहुंचीं। जब उन्होंने बैलेंस चेक करवाया, तो संचालक ने चौंकाने वाली जानकारी दी कि उनके खाते में ₹10,00,00,000 (दस करोड़ रुपये) की राशि मौजूद है।
राजमंती देवी ने मीडिया को बताया,
> “मैं तो रोज की तरह कुछ पैसे निकालने गई थी, लेकिन जब संचालक ने बैलेंस चेक किया तो कहा कि खाते में दस करोड़ रुपये हैं। पहले तो मुझे विश्वास नहीं हुआ, लेकिन उसने तीन बार चेक किया, हर बार वही बैलेंस दिखा।”
CSP संचालक ने भी पुष्टि करते हुए कहा कि यह कोई एकबार की तकनीकी त्रुटि नहीं लग रही, क्योंकि उन्होंने कई बार बैलेंस जांचा और हर बार वही राशि दिखी। उन्होंने महिला को तुरंत बैंक शाखा जाकर संपर्क करने की सलाह दी।
घटना की जानकारी मिलते ही गांव में अफरा-तफरी मच गई। कई ग्रामीण महिला के घर पर पहुंच गए और इस अप्रत्याशित घटना की सच्चाई जानने की कोशिश करने लगे। गांव के पूर्व मुखिया पप्पु शर्मा ने भी इस खबर की पुष्टि करते हुए बताया:
> “मैं जब CSP केंद्र के पास से गुजर रहा था, तो संचालक ने मुझे भी बुलाया और महिला का खाता बैलेंस दिखाया। उसमें दस करोड़ से ज्यादा की राशि दिखाई दे रही थी। मामला संदेहास्पद है, जांच जरूरी है।”
बैंक और प्रशासन सतर्क, जांच शुरू
फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि यह राशि किस माध्यम से खाते में आई, या यह किसी प्रकार की तकनीकी गड़बड़ी, गलत ट्रांजैक्शन, या फिर साइबर फ्रॉड का मामला है। स्थानीय बैंक शाखा को इस संबंध में सूचना दे दी गई है, और जांच की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है।
बैंक अधिकारियों का कहना है कि जब तक जांच पूरी नहीं होती, तब तक न तो इस पैसे को निकाला जा सकता है और न ही इसे महिला की वैध संपत्ति माना जा सकता है।
ग्रामीणों में कौतूहल, लेकिन सावधानी की सलाह
गांव में यह मामला चर्चा का मुख्य विषय बना हुआ है। लोग तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं—कोई इसे ‘सरकारी योजना की गलती’ मान रहा है, तो कोई किसी अमीर व्यक्ति की गलती से ट्रांसफर मान रहा है।
वहीं, बैंक अधिकारियों और पुलिस प्रशासन की ओर से लोगों से अपील की गई है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और जांच पूरी होने तक संयम बनाए रखें।
Leave a Reply