
टिकट किसके खाते में जाएगा, अब भीड़ तय करेगी!
पूर्व विधायक अजय पासवान की जनसभा में उमड़े अभूतपूर्व जनसैलाब ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। शुक्रवार को आयोजित इस विशाल जनसभा में दूर-दराज़ के इलाकों से आए हज़ारों समर्थकों ने अजय पासवान के प्रति अपनी निष्ठा और समर्थन खुलकर जाहिर किया।
जहां एक ओर जनता ने “हम अजय पासवान के साथ हैं” के नारों से माहौल को गुंजायमान कर दिया, वहीं दूसरी ओर यह शक्ति प्रदर्शन राजनीतिक समीकरणों को भी प्रभावित करता नजर आ रहा है।

वर्तमान विधायक कुमार सर्वजीत की जनसभा में ठीक-ठाक भीड़ देखी गई, लेकिन अजय पासवान की सभा में उमड़ी भीड़ के सामने वह फीकी ही नज़र आई।
राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो जनसभा में उमड़ी भीड़ केवल संख्या नहीं, बल्कि जनता की मनोदशा और आगामी चुनाव की दिशा तय करने वाली ताकत है।
अजय पासवान का बयान:–
यह समर्थन सिर्फ मेरे लिए नहीं, बल्कि सच्चे विकास और जनसेवा के लिए है। जनता ने आज साबित कर दिया कि वो बदलाव चाहती है।”
सियासी मायने:-
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी नेतृत्व इस जनसमर्थन को कैसे देखता है। क्या पार्टी टिकट का फैसला जनभावना के आधार पर करेगी, या संगठनात्मक समीकरणों को प्राथमिकता देगी — यह आने वाला वक्त बताएगा।
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