Breaking news:- छुट्टी बिताने घर आए आईटीबीपी जवान को अपने ही गांव में पीटकर कर दी हत्या

वजीरगंज(गया); गया के वजीरगंज थानाक्षेत्र अंतर्गत बिहियाइन गांव में गुरुवार की शाम भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवान संजय कुमार को अपने ही गांव के लोगों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। उनकी उम्र 30 वर्ष थी।वे देहरादून में कार्यरत थे, जहां से हाल ही में छत्तीसगढ़ के लिए स्थानांतरण हुआ था। स्थानांतरित केंद्र में योगदान देने से पहले दस दिनों की छुट्टी पर परिवार से मिलने घर आए थे। उनकी छुट्टी समाप्त होने वाली थी और शुक्रवार को ही उनको वापस जाना था। लेकिन शायद ईश्वर को अब उनका देश सेवा मंजूर नहीं था और एक दिन पहले शाम को उन्हें अपने गांव की मिट्टी में विलय कर दिया गया। घटना के संबंध में स्वजनों ने बताया कि मृतक संजय गुरुवार को अपने खेत पर धान रोपाई कार्य को देखने गए थे, जहां से संध्या पहर अपने घर वापस लौट रहे थे। गांव के एक व्यक्ति अपने घर के पास घात लगाए हुए था। उनको वहां पहुंचते ही अपने समर्थकों के साथ लाठी डंडे एवं पारंपरिक हथियार से प्रहार कर दिया। संजय के सिर में गंभीर चोट लगी जिससे वे वहीं पर ढेर हो गए। तुरंत घटना की सूचना पुलिस को दी गई। वे पहुंचे तब तक सभी हमलावर भाग चुके थे। पुलिस के सहयोग से उन्हें एएनएमसीएच ले जाया गया जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। घटनास्थल पर मारपीट होने की जानकारी मिलने पर संजय के घर से दौड़कर कुछ लोग बचाव करने के लिए गए थे, जिनके साथ भी मारपीट किया गया जिसमें उनके चाचा अमरेंद्र यादव एवं फुआ ननकी देवी भी घायल हो गए हैं। घटना का कारण मामूली रंजिश बताई जा रही है। मृतक के नजदीकी स्वजन संटू कुमार ने बताया कि मृतक के चचेरे भाई बिक्कु कुमार उर्फ करू गया में रहकर पढ़ाई करता है। उसी के साथ गांव के आरोपी पक्ष के कुछ लड़कों के साथ विवाद को लेकर मारपीट किया गया था जिसकी प्राथमिक की मुफसिल थाना में कराई गई तब से दोनों परिवारों के बीच तनाव बढ़ाते चला गया और मामला हत्या तक पहुंच गया। स्वजनों का कहना है कि आरोपी बाहर से कुछ बदमाश लोगों को लाकर मजमा लगाए हुए था और पूरी तैयारी के साथ हत्या के नियत से ही इनके ऊपर हमला किया गया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करा कर सज्जनों को सुपुर्द कर दिया। आइटीबीपी पटना से आए अधिकारी एवं जवानों ने उनके पार्थिव शरीर पर तिरंगा चढ़ाया तथा सात तोपों की सलामी देकर नाम आंखों से उन्हें विदाई दी। पैतृक गांव में ही उनकी अंत्येष्टि की गई। थानाध्यक्ष वेंकटेश्वर ओझा ने बताया कि घटना में शामिल होने के संदेह पर चार लोगों को हिरासत में लिया गया है उनसे पूछताछ जा रही है। स्वजनों से उसकी पहचान कराकर गिरफ्तारी की कार्रवाई की जाएगी।