ओझा गुनी के चक्कर में ग्रामीण वृद्ध को पीटकर किया हत्या

टनकुप्पा. थाना क्षेत्र के गजाधरपुर टोला दुखीबीघा गांव में 18 जुलाई की रात गांव के लोग विरजु मांझी 60 वर्ष को पीटकर हत्या कर दिया। घटना की जानकारी मृतक की बहू सामंती देवी ने 19 जुलाई को थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार को ससुर को गांव के लोग अपहरण करने की सूचना दी। पुलिस मामले को गम्भीरत से ली और घटना का उजागर किया। वजीरगंज एसडीपीओ सुनील कुमार पांडेय ने प्रेस वार्ता कर बताया कि घटना की रात 12 बजे गांव के छह लोग विरजु मांझी के घर मे घुसकर ओझा गुनी का आरोप लगाते हुए मारपीट करने लगा। लोग विरजु को घर से बाहर निकालकर लाठी डंडा से पीटकर हत्या कर दिया। उसके बाद आरोपित शव को बाइक पर लोड कर वजीरगंज थाना क्षेत्र के कोल्हना गांव में ले जाकर आहर में मिट्टी खोदकर गाड़ दिया। पुलिस मामले को जांच करते हुए मुख्य अभियुक्त श्यामदेव मांझी एवं सुनैना देवी को हिरासत में लेकर पूछ ताछ की। इस दौरान श्यामदेव में घटना को स्वीकार करते हुए शव छिपाने की जानकारी दिया। पुलिस श्यामदेव को लेकर शव गाड़ने वाले जगह पर ले गया और खोदाई कर शव को बरामद की गई। मौके पर शव को कब्जे में लेकर मेडिकल जांच के लिए मगध मेडिकल कालेज गया भेज दिया गया। श्यामदेव ने घटना का कारण बताया कि मेरे घर में किसी की तबियत खराब हुई। जिसे झाड़ने के लिए गुनी को बुलाया गया। गुनी ने बताया कि गांव के एक ओझा आपके घर मे करतूत कर दिया है। उसी निशनदेह पर गांव में झाड़फूंक करने वाला विरजु माझी के घर पर हमला बोलकर पीटकर हत्या कर दिया। मृतक की बहू ने गांव के छह लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया है। जबकि श्यामदेव मांझी ने बताया कि मेरे साथ मारपीट करने में रविन्द्र, सुरेंद्र, राजकुमार, श्रवण मांझी सभी गांव दुखीबीघा के रहने वाला है। घटना में शामिल मुख्य अभियुक्त श्यामदेव एवं सुनैना देवी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। शव को पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को अंतिम संस्कार हेतु सौप दी गई है। थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार ने बताया कि सभी नामित आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। जल्द हीं सभी आरोपी को पकड़कर जेल भेज दिया जाएगा। मामले की अनुसंधान की जा रही है।