
प्रखंड के ई किसान भवन में गुरुवार को खरीफ कर्मशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप जलाकर किया गया। कर्मशाला में उपस्थित किसानों को कृषि वैज्ञानिक ने खरीफ फसल की तैयारी एवं मोटे अनाज की खेती करने के बारे में विस्तार से बताया। वैज्ञानिक ने किसान को बताया कि कम वर्षा में मोटे अनाज की खेती सही विकल्प है। किसानों को लम्बी प्रभेद वाली धान बीज के बारे में बताया गया। कम प्रभेद वाली धान का पौधा के वनिस्पत लम्बी प्रभेद वाली धान का पौधा अच्छी उपज देता है। कम प्रभेद का वाला बीज कम उपज देती है। इसलिए किसानों को लम्बी प्रभेद वाली धान बीज को खेतों में डालना चाहिए। उपस्थित किसान सरकार एवं विभाग से अच्छी एवं कम प्रभेद वाली बीज किसानों के बीच उपलब्ध कराने के लिए मांग किया है। कार्यक्रम में बीडीओ शशि भूषण साहू ने किसानों को मोटा अनाज की खेती करने के लिए विशेष रूप से प्रेरित किए। बीएओ ने बताया कि खरीफ एवं रवि फसल के मौसम में किसान मोटा अनाज की खेती

करे। इससे किसान की आर्थिक एवं शारीरिक स्तिथि में विशेष सुधार आएगा। मोटा अनाज का सेवन करने से लोग बीपी, सुगर, मोटापा, कालस्ट्राल जैसे घातक बीमारी से बचाएगा। मोटा अनाज को अपनाने का समय आ गया है। प्रखंड में किसानों के बीच मोटा अनाज की खेती के लिए बीज का वितरण शुरू कर दिया गया है। कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथियों एव किसानों को पौधा देकर सम्मानित किया गया। मौके पर जिला कृषि सहायक निदेशक राजीव रंजन यादव, 20 सूत्री सदस्य कृष्ण सिंह, मुकेश कुमार, शंकर कुमार, प्रशिक्षु बीएओ अमित कुमार भारती, नागेंद्र यादव, संजय कुमार सहित आत्मा एवं प्रखंड कृषि के कर्मी, किसान उपस्थित रहे।
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