चावल चोरी के दोषी शिक्षक को जिला पार्षद ने माला पहनाकर किया स्वागत: जिला पार्षद के कृत्य पर उठे सवाल

फतेहपुर प्रखंड के मध्य विद्यालय धरहराकला में शुक्रवार को एक विवादास्पद घटना सामने आई, जिसने पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना दिया। कुछ माह पूर्व इसी विद्यालय से सरकारी अनाज चोरी के मामले में सजा काटकर लौटे शिक्षक उपेंद्र प्रसाद को, विद्यालय में जिला पार्षद वीरेंद्र साव द्वारा माला पहनाकर स्वागत किया गया। यह वही शिक्षक हैं, जिन्हें सरकारी चावल चोरी के जुर्म में जेल भेजा गया था।

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मिली जानकारी के अनुसार, शिक्षक उपेंद्र प्रसाद आज विद्यालय पहुंचे, जहां क्षेत्र संख्या 40 के जिला पार्षद वीरेंद्र साव ने सार्वजनिक रूप से उनका स्वागत किया। इस घटना ने लोगों के बीच आक्रोश पैदा कर दिया, विशेषकर तब जब यह स्वागत भ्रष्टाचार में लिप्त व्यक्ति के लिए किया गया। ग्रामीणों ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जब जनप्रतिनिधि स्वयं भ्रष्टाचार में दोषी पाए गए लोगों का सम्मान करेंगे, तो समाज से भ्रष्टाचार कैसे खत्म होगा?

कुछ ग्रामीणों का कहना था, “जनप्रतिनिधियों से हमें यह उम्मीद नहीं थी। इस प्रकार के कृत्य से न केवल समाज में गलत संदेश जाता है, बल्कि ईमानदार लोगों का मनोबल भी टूटता है।” इस घटना ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या भ्रष्टाचारियों को माला पहनाने जैसी घटनाएं समाज में ईमानदारी और पारदर्शिता की उम्मीदों को ध्वस्त कर रही हैं?

स्कूल से चावल चोरी करते ग्रामीणों ने रंगे हाथ स्कूल के प्रभारी को पकड़ा था। चावल चोरी के आरोप में शिक्षक गए थे जेल।

इस विवादास्पद कृत्य के बाद, स्थानीय लोगों में नाराजगी और चिंता बढ़ती जा रही है, और वे सवाल उठा रहे हैं कि क्या ऐसे जनप्रतिनिधियों से भ्रष्टाचार उन्मूलन की कोई उम्मीद की जा सकती है।

सरकारी स्कूल के बच्चों से शिक्षक ने मांगा झाड़ू और साबुन,नहीं दिया तो स्कूल से निकाला। पत्रकार और शिक्षक में हुई जोरदार बहस।

सिटी रिपोर्टर कुणाल सिन्हा