दूल्हा ने रक्षा मंत्रालय से भारतीय सेना में अहीर रेजिमेंट गठन का किया मांग

गया जिले के फतेहपुर थाना क्षेत्र के नौडीहा झुरांग निवासी राॅयला सुनील कुमार यादव ने अपने भाई अनिल कुमार यादव के रक्षा मंत्रालय से भारतीय सेना में अहीर रेजीमेंट गठन की मांग किया है। अहीर रेजिमेंट की मांग का स्लोगन शादी के कार्ड पर अंकित कराया गया है। उसी कार्ड को वितरण किया जा रहा है। शादी के निमंत्रण कार्ड एवं मांग को लेकर क्षेत्र में चर्चा जोर शोर से हो रहा है।
राॅयल सुनील कुमार यादव ने बताया कि 1962 के भारत चाइना वॉर में कुमाऊं रेजिमेंट के 13 कुमाऊं के दस्ते (अहीर टुकड़ी) के अंतिम मोर्चे में 1300 चीनी सैनिकों को टुकड़ी के 123 सैनिकों ने मार गिराया था। 18 नवम्बर 1962 को अंतिम गोली तक वे लड़े और 114 सैनिक शहीद हुए। जिसमें 112 अहीर (यादव) थे। 6 से ज्यादा लोगों को चीनी सेना ने बंदी बना लिया था‌। 18000 फीट ऊंची इस पोस्ट पर भारतीय सैनिकों ने अपना सर्वोच्च बलिदान देते हुए चीनी सेना को कब्जा करने नहीं दिया था। उसी लड़ाई की याद में 18 नवम्बर को रेजांगला दिवस मनाया जाता है। रेजांगला को इस वक्त भारत की ताकत माना जाता है। जो अहीर रेजीमेंट के कारण सुरक्षित है। रेजांगला दिवस को यादवी शौर्य दिवस के रूप में पूरे देश के यादव मनाते हैं। रेजांगला की लड़ाई के अलावा समय- समय पर सेना में अहीर रेजिमेंट का प्रदर्शन रहा है। अहीर रेजिमेंट की मांग सात दशक पुरानी है। थल सेना में सिक्ख, गोरखा, मराठा, राजपूत रेजिमेंट बनी हुई है। लेकिन अहीर रेजिमेंट नहीं है। जिसका मैं मांग कर रहा हूं।