खिजरसराय :– भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी की ओर से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने एवं स्थानीय समस्याओं को लेकर राज्य व्यापी एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन
प्रखंड सह अंचल मुख्यालय पर किया गया। सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा केंद्र सरकार की जन विरोधी नीतियों के कारण बिहार का विकास एकदम बंद हो गया है। किसान मजदूरों की हालात दयनीय हो गई है।एक तरफ पूंजी पतियों का अरबों खरब रुपया माफ किया जा रहा है।वही किसानों को हर तरह का टैक्स भुगतान करना पड़ रहा है। जिससे किसान मजदूरों को जीना मुहाल हो गया है। किसान जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। केंद्र सरकार दो साल से प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि वंद कर दी है। मनरेगा की राशि में भारी कटौती की गई है। मनरेगा से पक्का काम करने वाले को केंद्र सरकार राशि उपलब्ध नहीं करा रही है ।बिहार राज्य को मिलने वाली राशि भी नहीं भेजा जा रहा है। जिससे किसान मजदूर का काम बंद पड़ा है। विकास ठप हो गया है बिहार में अफ़सरशाही चरम पर है।सभी कार्यालय आकंठ भराष्ट्राचार में डूबा है। बिना कमीशन का कोई कार्य नहीं हो रहा है।प्रदर्शनकारियों के मुख्य मांगों में शामिल है, केंद्र सरकार बिहार को अविलंब विशेष राज्य का दर्जा दे, क़िसान मजदूर वर्ग को मुफ्त में विजली एवं बकाया बिल माफ की जाय, सभी गरीवों को प्रधानमंत्री योजना के तहत पांच डिसमिल जमीन सरकार खरीद कर उपलब्ध कराया जाय, पेंशन की राशि चार सौ से बढाकर पांच हजार रुपया किया जाय। जो गरीब सरकारी जमीन पर बसे हैं ।उन्हें परवाना दी जाय ,दाखिल खारिज में मोटी रकम की बसूली की बंद हो आदी मांगें शामिल है। धरना प्रदर्शन में शामिल लोगों में भा क पा के प्रखंड सचिव सीता राम यादव, राम दहिन यादव, सोहन मांझी, राजेंद्र दास, श्याम किशोर प्रसाद, राम वृक्ष मांझी एवं अन्य लोग मौजूद थे।
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