किसानों को दिया गया जलवायु अनुकूल कृषि की जानकारी

फतेहपुर प्रखंड के ई किसान भवन में गुरुवार को एक्शन फार एकाउटेबल गवर्नेस (आग) एवं कृषि विभाग, बिहार सरकार के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित “जलवायु अनुकूल कृषि ” प्रशिक्षण दिया गया। इस मौके पर प्रखंड कृषि पदाधिकारी अफजल हुसैन ने कहा कि बदलते मौसम के अनुसार फसलचक्र पर बल प्रदान करने की जरूरत है। जमीन के समतलीकरण की आवश्यकता है। मोटे अनाज की अतत्यधिक बुवाई की जरूरत है। उनहोंने कहा कि खेती ऐसी हो जिससे शुद्ध मुनाफा हो सके। उनहोंने जानकारी देते हुए बताया कि पचास प्रतिशत जमीनें परती रह गई। इसके साथ ही उन्होंने किसानों को बंजर जमीन पर लेमनग्रास की खेती एवं स्वरोजगार के लिए मशरूम उत्पादन के लिए प्रशिक्षण के बारे में सविस्तार बताया। किसान सलाहकार अनिल कुमार ने कहा कि धान, गेहूं के साथ ही मक्का एवं मोटे अनाज के उत्पादन पर किसानों को गौर करने की जरूरत है। ताकि लाभ के साथ ही पौष्टिक तत्व की प्राप्ति हो सके। किसान सलाहकार पप्पू कुमार ने तिल की खेती पर्व भी जोर दिया। मौसम के अनुकूल फसल के साथ प्रभेद का भी प्रयोग किया जाना चाहिए। किसान मुन्दिका सिंह ने कहा कि हमें धान, गेहूं पर ही आश्रित रहने की जरूरत नहीं है, बल्कि मौसम के अनुसार फसलचक्र पर ध्यान देने की जरूरत है। कार्य क्रम के मुख्य वक्ता एवं एक्शन फार एकाउटेबल गवर्नेस के संस्थापक राजीव कुमार ने कहा कि आबादी तेजी से बढ रही है और जलवायु परिवर्तन की वज़ह से उत्पादन घट रही है ऐसे में जरूरीहै मौसम अनुकूल खेती किसानी पर बल दिया जाए और सरकार के विभिन्न कार्यक्रमो को आम लोगों तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाए। इस अवसर पर पांच पंचायतों के लगभग 22 गावों – कठौतिया केवाल, गुरपा, तारो, गोबरदहा, सिघिया, कोडिया, चरोखरी, नवडीहा,बारा, नगमा, भारे, नारायणपुर, डुमरी चट्टी, रघुनाथपुर, हलमता, जयपुर, चरखा पत्थर, पुरनी बथान, धरहरा, बगबंधवा, बसुआ,भसौधीटांड, कोल्टीन आदि के अनुभवी किसान भाग लिया। धन्यवाद ज्ञापन संस्था के समन्वयक उपेन्द कुमार ने किया।