संयुक्त किसान मोर्चा के द्वारा एकदिवसीय धरना प्रदर्शन दिया गया

कोंच प्रखंड के कार्यालय प्रांगण में किसान मजदूर मोर्चा मगध व प्रगतिशील किसान संघ बिहार के बैनर तले सात सूत्री मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता बाल कुमार प्रसाद यादव ने की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रगतिशील किसान संघ के अध्यक्ष रामचन्द्र आजाद ने कहा कि उतर कोयल नहर परियोजना को चालू करने के लिए किसान मजदूर मोर्चा के साथियों द्वारा वर्ष 2004 से ही आंदोलित हैं। लेकिन स्थिति यथावत बनी हुई है। इसके पीछे के व्यवस्था व सरकार के रवैया को समझने की आवश्यकता है। व्यवस्था की यह मंशा है कि कृषि कार्य को इतना जटिल, महंगा व अलाभकारी बना दिया जाय कि किसान खेती करना छोड़कर जमीन कार्पोरेट घराने को देने को बाध्य हो जाय। इसी साजिश के तहत यूपीए सरकार के शासन काल में सेज एवं ईपीजेड कानून जनता पर लादने की कोशिश की गई। तथा एनडीए सरकार के द्वारा जन विरोधी तीन कृषि काले कानून को किसान एवं जनता के द्वारा लंबे आंदोलन के कारण वापस लेने के लिए बाध्य होना पड़ा था। मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने अंचल अधिकारी विनित ब्यास को सात सूत्री मांगों में उतर कोयल नहर परियोजना के साथ तमाम जनहित से संबंधित कार्यों को पूरा करने, किसानों के विजली मुफ्त देने व सभी प्रकार के कर्जा माफ़ करने, शिक्षा एवं चिकित्सा के दुरंगी नीति को समाप्त करने, सरकारी मंडी पुनः बहाल करने, अग्नी पथ योजना समाप्त करने, मगध को सुखाड़ छेत्र घोषित करने, कृषि से संबंधित उत्पादित वस्तुओं का मूल्य निर्धारण का अधिकार किसानों को देने सें संबंधित एक ज्ञापन प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को नाम सौंपा गया। उक्त कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रगतिशील किसान संघ के अध्यक्ष रामचन्द्र आजाद, चन्द्रशेखर यादव, महेश प्रसाद यादव, रामाशीष सिंह, राम जीत शर्मा, शिव शंकर प्रसाद , लालधारी यादव,दिनेश सिंह,दिनेश यादव,कामाश्रय रविदास आदि लोगों ने संबोधित किया।

सच भारत न्यूज संवाददाता नौलेस कुमार