बाउंड्री न होने से असुरक्षित है विद्यालय
कोंच। प्रखंड के मध्य विद्यालय तिनेरी में पानी के अभाव में एमडीएम नहीं बन रहा है जिसे लेकर विद्यालय के शिक्षकों ने मंगलवार को नया चापाकल एवं विद्यालय में बाउंड्री वॉल का मांग की है। गरमी का कहर बढ़ते ही पेयजल की समस्या गहराने लगी है। जलस्तर नीचे चले जाने से चापाकल बंद हो गया है। इसके पेयजल के लिए लोगों को भटकना पड़ता है। पेयजल संकट को लेकर नवबिहार टाइम्स के पत्रकार मंगलवार को सुबह साढ़े दस बजे पड़ताल में निकला तो देखा कि मध्य विद्यालय तिनेरी भी इस समस्या की जद में आ गया है। मध्य विद्यालय तिनेरी में बीते आठ माह से पानी की समस्या देखी जा रही है और पानी नहीं मिलने से एमडीएम (मिड डे मील) भी बंद है। हालांकि, नल जल योजना का पानी विद्यालय तक आता है लेकिन विद्युत गुल होते ही मध्यान भोजन अधपक्का रह जाता है। विद्यालय के शिक्षक अपने- अपने घर से बोतल में पानी लेकर जाते हैं और स्कूली बच्चे प्यास बुझाने के लिए आधा किमी दूर अपने गांव में जाकर पानी पीकर आते हैं जिससे बच्चों को पठन- पाठन समेत अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कभी- कभी विद्यालय के बच्चे पानी के अभाव में बेहोश भी हो जाते हैं। स्कूल के छात्रों ने कहा कि मध्य विद्यालय तिनेरी में आठ महीनों से मध्याह्न भोजन बंद के ही बराबर है। इसकी सूचना एचएम सुनील कुमार के द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधि, प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों व पीएचइडी विभाग को दी गयी, लेकिन अभी तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाने के कारण समस्या जस की तस बनी हुई है।
क्या कहते हैं शिक्षक
राजीव रंजन, यदुनंदन कुमार यादव व सियाराम कुमार शिक्षक ने कहा कि विद्यालय में कुल 305 छात्र हैं जिसमें से करीब डेढ़ सौ उपस्थित हैं। पानी की व्यवस्था नहीं रहने से एमडीएम नहीं बन पा रहा है। छात्रों को स्कूल में शौचालय होते हुए भी पानी के अभाव में गांव जाना पड़ता है।इसके चलते बहुत कम बच्चे विद्यालय आते हैं।पीएचइडी को पानी की व्यवस्था करनी चाहिए।
क्या कहते हैं हेडमास्टर
विद्यालय के हेडमास्टर सुनील कुमार ने कहा कि बंद पड़े चापाकल को लेकर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रमुख, मुखिया व पंचायत समिति सदस्य को कई बार पत्र दिया गया। साथ ही पीएचइडी को भी इसकी सूचना दी गयी, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने कहा कि बाउंड्री वॉल न होने से विद्यालय में पशु भी आ जाया करते हैं जिसे निर्माण की आवश्यकता है।
इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी बिपुल भारद्वाज ने दूरभाष से बताया कि खराब चापाकल की मरम्मत शीघ्र ही पीएचईडी से दिखवा कर कराई जायेगी। वहीं, तिनेरी पंचायत में मुखिया प्रतिनिधि मो इंतेशाब ने समस्या को स्वीकार करते हुए कहा कि चापाकल का काफी दिक्कत है। योजना में डाल दिया हूं फंड में पैसे आते ही एक नया चापाकल लगा दिया जाएगा। मौके पर हेडमास्टर सुनील कुमार, शिक्षक राजीव रंजन, सियाराम कुमार, यदुनंदन कुमार यादव, एहसान आलम समेत रसोइया व विद्यालय के डेढ़ सौ छात्र- छात्रा मौजूद थे।
सच भारत न्यूज संवाददाता नौलेस कुमार
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