सावन पूर्णिमा के शुभ अवसर पर फल्गु नदी में महाआरती किया गया

गया। गुरुवार सावन पूर्णिमा के शुभ अवसर पर फल्गु सेवा समिति के बैनर तले अध्यक्ष मून्ना लाल धोकड़ी पाठक की अध्यक्षता में स्थान देवघाट विष्णुपद पर कई कार्यक्रम संम्पन हुए।हिन्दू धर्म मे धार्मिक दृष्टिकोण से श्रावण मास को विशेष स्थान प्राप्त है।पूरा सावन मास भगवान शिव को समर्पित होता है। इस समय पूरी प्रकृति हरी भरी होती है, सावन पूर्णिमा दिन पवित्र नदी में स्नान का करने विशेष फल प्राप्त होता है। फल्गु नदी में स्नान पूजन,यजन भजन, कीर्तन आरती करने से कोटि गौदान करने का फल प्राप्त होता है। आज ही के दिन यज्ञोपवित धारण करने वाले विशेष कर ( ब्राह्मण ) सावध पूर्णिमा के दिन श्रावणी उपाकर्म करते है। मान्यता है सावन शुक्ल एकादशी से पूर्णिमा तक भगवान श्री कृष्ण श्री राधारानी के साथ झूले पर विराज प्रकृति का आनंद लेते है, श्री रामचरित मानस में गोस्वामी तुलसीदास जी ने सावन मास का विशेष महत्व बतलाया गया है। आज के दिन पवित्र रक्षा बंधन भी मनाया जाता है।बहुत सारे कारणों से यह श्रावण महीना अति विशेष है।

सम्पूर्ण भारतवर्ष का कल्याण हो इसी उद्देश्य से यह महाआरती निरंतर की जा रही है। आज का यह फल्गु महाआरती पांच गयापाल निपुण ब्राह्मणों के द्वारा संम्पन किया गया। आरती कर्ता सागर अग्निवार अनुराग टैया, रंगनाथ विठ्ठल आशीष कटरियार, बाबू गुर्दा इस आयोजन के उपरांत महाप्रसाद का भी वितरण किया गया।साल 2019 कें बाद आज काफी संख्या में श्रद्धांलुओं कि उपस्थिति रही। उक्त जानकारी मिडिया प्रभारी छोटू बारिक व गोकुल दुबे जी ने दी।

सच भारत न्यूज :- प्रकाश कुमार