ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी गया में प्रतिवर्ष 750 जेंटलमैन कैडेट की जगह केवल 82 कैडेट पास आउट होना इसके स्थानांतरण की बात तो नहीं

गया। गया से सेना सेवा कोर केंद्र ( उत्तर ) के बंगलुरु स्थानांतरण के बाद यहां देश के तीसरा सबसे बड़ा ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी की स्थापना की गई थी, जिसमे सन 2011 से जेंटलमैन कैडेट का प्रशिक्षण शुरू हुआ था। शुरू में प्रतिवर्ष 200 से 250 जेंटलमैन कैडेट प्रशिक्षित होते थे, तथा इसकी संख्या बढ़ा कर 750 तक पहुंचना था , परंतु संख्या बढ़ाने के बजाय घटते, घटते अब 100 से नीचे यानी 82 पर पहुंच गई है, जबकि आज की तिथि में यहां ऑफिसर्स की संख्या 100 से ज्यादा है, यानी ट्रेनिंग देने वाले सैकड़ों में है परंतु ट्रेनिंग पाने वाले 100 से नीचे जो एक गंभीर सवाल है।
बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह क्षेत्रीय प्रवक्ता सह ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी स्थानांतरण रद्द कराओ संघर्ष समिति के संयोजक प्रो विजय कुमार मिठू ने कहा की ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी गया में जेंटलमैन कैडेट की संख्या बढ़ाने के बजाय घटना इस बात का प्रमाण है की इसे यहां से दूसरे ऑफिसर्स ट्रेनिंग सेंटर में शिफ्ट करने की योजना रक्षा विभाग के वरिष्ठ ऑफिसर्स के बीच चल रहा है, कुछ वर्ष पहले तो विधिवत रक्षा विभाग से इस संबंध में पत्र भी जारी हुआ था की ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी को आई एम ए देहरादून में शिफ्ट करना है, परंतु गयावासियों के सहयोग से संघर्ष समिति द्वारा विरोध करने रहा सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा रक्षा मंत्री को पत्र लिखने के बाद स्थानांतरण रुका था, परंतु इधर फिर विश्वस्त सूत्रों से पता चला है इसे फिर दूसरे जगह शिफ्ट करने की कार्य योजना चल रही है। संघर्ष समिति ने महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री से बिहार का शान, गया का प्राण ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी को दूसरे जगह शिफ्ट करने के बजाय इसकी स्थापना के वक्त बनाए गए कार्य योजना के अनुशार यहां प्रतिवर्ष 750 जेंटलमैन कैडेट प्रशिक्षित करने की व्यवस्था रहा उत्तर भारत में खास कर बिहार में कम पड़ रहे सैन्य संस्थानों को बढ़ाने हेतु गया के रक्षा विभाग के जमीन मे अन्य सैन्य संस्थानों को लाया जाय।

    सच भारत न्यूज़ संवाददाता प्रकाश कुमार