नवविवाहिता महिलाओं में दिखा विशेष उत्साह, अपने पति के लंबी उम्र के लिए की कामना

गया। जेठ अमावस्या के अवसर पर शुक्रवार को अखंड सौभाग्य के लिए सुहागिन स्त्रियों ने अपने पति की सुख-समृद्धि और लंबी उम्र की कामना के लिए वट सावित्री का व्रत रखा। भीषण गर्मी के बीच दिनभर उपवास रखकर स्त्रियां वट वृक्ष की विशेष पूजा अर्चना करने में मशगूल दिखे।बट सावित्री पूजा को लेकर महिलाओं में विशेष उत्साह और उल्लास देखा गया। रंग-बिरंगे परिधानों में सोलह श्रृंगार से युक्त होकर महिलाएं हाथों में पूजा की थाली पूजन सामग्री और मौसमी फल आम, लीची, केला, खरबूजा, तरबूज, ककड़ी, बताशा, चना लिए बरगद के पेड़ के पास पहुंची, जहां बट सावित्री की कथा सुनकर ब्राह्मणों को यथासंभव सुहाग की पिटारी, फल पंखा और वस्त्रों का दान दिया। पूजा के बाद बट वृक्ष के तने में कच्चा सुता लपेटकर परिक्रमा की। ताड़ के पंखे से वट वृक्ष को हिला कर अपने पतिदेव के सुखमय जीवन की कामना की। शहर के गंगा महल, नई गोदाम, किरण सिनेमा, बागेश्वरी गुमटी, जेपीएन अस्पताल परिसर,टिकारी रोड, आजाद पार्क,गया कॉलेज, भास्कर घाट, पंजाबी धर्मशाला, नई सड़क,छोटकी नवादा, चांद चौरा, पिता महेश्वर, माडनपुर बाईपास आदि मोहल्लों में खास स्थानों पर स्थित वट वृक्ष की श्रद्धा और भक्ति भाव से पूजन किया। मौके पर बट वृक्ष के समीप कथा सुना रहे पं राकेश पांडेय ने बताया कि सुहागिन स्त्रियों के अखंड सौभाग्य की कामना को लेकर महिलाएं सत्यवान और सावित्री की कथा सुनती हैं।सत्यवान सावित्री और यमराज का मिलन वटवृक्ष के नीचे ही हुआ था।इसलिए प्रतिवर्ष जेठ की अमावस्या को वट वृक्ष की पूजा की जाती है। पहली बार बट सावित्री व्रत कर रही अंकिता बरनवाल सोलह शृंगार से सजी-धजी थी। उन्होंने बताया कि अपने पति की लंबी उम्र की कामना के लिए बट वृक्ष से प्रार्थना किया।बहुत अच्छा लग रहा है।

सच भारत न्यूज़ संवाददाता प्रकाश कुमार